- Date : Dec 20, 2024
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Dev Uthani Ekadashi 2024 हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसे देवउठनी ग्यारस या प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सभी धार्मिक कार्य पुनः प्रारंभ होते हैं। इस लेख में हम dev uthani ekadashi 2024 date, पूजा विधि, और इस पर्व के महत्व के बारे में विस्तार से जानेंगे।
इस वर्ष dev uthani ekadashi 2024 november में पड़ रही है। देवउठनी एकादशी का पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस वर्ष इस पर्व की तिथि और समय निम्नलिखित हैं:
पर्व का नाम | तिथि | एकादशी आरंभ समय | एकादशी समाप्त समय |
---|---|---|---|
Dev Uthani Ekadashi 2024 | नवंबर, 2024 | सुबह 5:00 बजे | अगले दिन सुबह 7:30 बजे |
Dev Uthani Ekadashi 2024 के दिन का खास महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जागते हैं। इसे चातुर्मास का अंत भी माना जाता है। इस पर्व पर भक्तगण भगवान विष्णु की आराधना करके उनके आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पूजा और व्रत करने से व्यक्ति के सभी दुख दूर होते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस पर्व पर उपवास रखने के विशेष नियम हैं। इस व्रत में अन्न का त्याग किया जाता है और फलाहार करने की परंपरा है।
dev uthani ekadashi 2024 का संबंध भगवान विष्णु से जुड़ी एक पौराणिक कथा से है। कथा के अनुसार, भगवान विष्णु चार महीने तक योग निद्रा में रहते हैं, जिसे चातुर्मास कहा जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन उनकी नींद पूरी होती है, और उनके जागरण के साथ ही सभी धार्मिक कार्य पुनः प्रारंभ होते हैं।
Dev Uthani Ekadashi 2024 कब है?
Dev Uthani Ekadashi 2024 पर कौन-कौन से पूजा विधि अपनाई जाती है?
Dev Uthani Ekadashi का क्या महत्व है?
Dev Uthani Ekadashi का व्रत कौन कर सकता है?
Dev Uthani Ekadashi के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
इस प्रकार, Dev Uthani Ekadashi 2024 का पर्व भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन व्रत और पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं और व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
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